Dukh Bhanjani Sahib Path PDF In Hindi Download For Free 2024

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Dukh Bhanjani Sahib Path In Hindi

गउड़ी महला ५ मांझ ॥
दुख भंजनु तेरा नामु जी दुख भंजनु तेरा नामु ॥ आठ पहर आराधीऐ पूरन सतिगुर ग्यानु ॥ १ ॥ रहाउ ॥
जितु घटि वसै पारब्रहमु सोयी सुहावा थाउ ॥ जम कंकरु नेड़ि न आवयी रसना हरि गुन गाउ ॥ १ ॥
सेवा सुरति न जाणिया ना जापै आराधि ॥ ओट तेरी जगजीवना मेरे ठाकुर अगम अगाधि ॥ २ ॥
भए क्रिपाल गुसाईआ नठे सोग संताप ॥ तती वाउ न लगयी सतिगुरि रखे आपि ॥ ३ ॥
गुरु नारायनु दयु गुरु गुरु सचा सिरजणहारु ॥ गुरि तुठै सभ किछु पायआ जन नानक सद बलेहार ॥ ४ ॥ २ ॥ १७० ॥

गउड़ी महला ५ ॥
सूके हरे कीए खिन माहे ॥ अंमृत द्रिसटि संचि जीवाए ॥ १ ॥
काटे कसट पूरे गुरदेव ॥ सेवक कउ दीनी अपुनी सेव ॥ १ ॥ रहाउ ॥
मिटि गई चिंत पुनी मन आसा ॥ करी दया सतिगुरि गुणतासा ॥ २ ॥
दुख नाठे सुख आइ समाए ॥ ढील न परी जा गुरि फुरमाए ॥ ३ ॥
इछ पुनी पूरे गुर मिले ॥ नानक ते जन सुफल फले ॥ ४ ॥ ५८ ॥ १२७ ॥

गउड़ी महला ५ ॥
ताप गए पायी प्रभि सांति ॥ सीतल भए कीनी प्रभ दाति ॥ १ ॥
प्रभ किरपा ते भए सुहेले ॥ जनम जनम के बिछुरे मेले ॥ १ ॥ रहाउ ॥
सिमरत सिमरत प्रभ का नाउ ॥ सगल रोग का बिनस्या थाउ ॥ २ ॥
सहजि सुभाय बोलै हरि बानी ॥ आठ पहर प्रभ सिमरहु प्रानी ॥ ३ ॥
दूखु दरदु जमु नेड़ि न आवै ॥ कहु नानक जो हरि गुन गावै ॥ ४ ॥ ५੯ ॥ १२८ ॥

गउड़ी महला ५ ॥
जिसु सिमरत दूखु सभु जाय ॥ नामु रतनु वसै मनि आइ ॥ १ ॥
जपि मन मेरे गोविन्द की बानी ॥ साधू जन रामु रसन वखानी ॥ १ ॥ रहाउ ॥
इकसु बिनु नाही दूजा कोइ ॥ जा की द्रिसटि सदा सुखु होइ ॥ २ ॥
साजनु मीतु सखा करि एकु ॥ हरि हरि अखर मन मह लेखु ॥ ३ ॥
रवि रहआ सरबत सुआमी ॥ गुन गावै नानकु अंतरजामी ॥ ४ ॥ ६२ ॥ १३१ ॥

गउड़ी महला ५ ॥
कोटि बिघन हिरे खिन माह ॥ हरि हरि कथा साधसंगि सुनाह ॥ १ ॥
पीवत राम रसु अंमृत गुन जासु ॥ जपि हरि चरन मिटी खुधि तासु ॥ १ ॥ रहाउ ॥
सरब कल्यान सुख सहज निधान ॥ जा कै रिदै वसह भगवान ॥ २ ॥
अउखध मंत्र तंत सभि छारु ॥ करणैहारु रिदे मह धारु ॥ ३ ॥
तजि सभि भरम भज्यो पारब्रहमु ॥ कहु नानक अटल इहु धरमु ॥ ४ ॥ ८० ॥ १४੯ ॥

गउड़ी महला ५ ॥
सांति भई गुर गोबिदि पायी ॥ ताप पाप बिनसे मेरे भायी ॥ १ ॥ रहाउ ॥
राम नामु नित रसन बखान ॥ बिनसे रोग भए कल्यान ॥ १ ॥
पारब्रहम गुन अगम बीचार ॥ साधू संगमि है निसतार ॥ २ ॥
निरमल गुन गावहु नित नीत ॥ गई ब्याधि उबरे जन मीत ॥ ३ ॥
मन बच क्रम प्रभु अपना ध्यायी ॥ नानक दास तेरी सरणायी ॥ ४ ॥ १०२ ॥ १७१ ॥

गउड़ी महला ५ ॥
नेत्र प्रगासु किया गुरदेव ॥ भरम गए पूरन भई सेव ॥ १ ॥ रहाउ ॥
सीतला ते रख्या बेहारी ॥ पारब्रहम प्रभ किरपा धारी ॥ १ ॥
नानक नामु जपै सो जीवै ॥ साधसंगि हरि अंमृतु पीवै ॥ २ ॥ १०३ ॥ १७२ ॥

गउड़ी महला ५ ॥
थिरु घरि बैसहु हरि जन प्यारे ॥ सतिगुरि तुमरे काज सवारे ॥ १ ॥ रहाउ ॥
दुसट दूत परमेसरि मारे ॥ जन की पैज रखी करतारे ॥ १ ॥
बादिसाह साह सभ वसि करि दीने ॥ अंमृत नाम महा रस पीने ॥ २ ॥
निरभउ होइ भजहु भगवान ॥ साधसंगति मिलि कीनो दानु ॥ ३ ॥
सरनि परे प्रभ अंतरजामी ॥ नानक ओट पकरी प्रभ सुआमी ॥ ४ ॥ १०८ ॥

गउड़ी महला ५ ॥
राखु पिता प्रभ मेरे ॥ मोह निरगुनु सभ गुन तेरे ॥ १ ॥ रहाउ ॥
पंच बिखादी एकु गरीबा राखहु राखनहारे ॥ खेदु करह अरु बहुतु संतावह आइयो सरनि तुहारे ॥ १ ॥
करि करि हार्यो अनिक बहु भाती छोडह कतहूं नाही ॥ एक बात सुनि ताकी ओटा साधसंगि मिटि जाही ॥ २ ॥
करि किरपा संत मिले मोह तिन ते धीरजु पायआ ॥ संती मंतु दीयो मोह निरभउ गुर का सबदु कमायआ ॥ ३ ॥
जीति लए ओइ महा बिखादी सहज सुहेली बानी ॥ कहु नानक मनि भया परगासा पायआ पदु निरबानी ॥ ४ ॥ ४ ॥ १२५ ॥

बिलावलु महला ५ ॥
सरब कल्यान कीए गुरदेव ॥ सेवकु अपनी लाययो सेव ॥ बिघनु न लागै जपि अलख अभेव ॥ १ ॥
धरति पुनीत भई गुन गाए ॥ दुरतु गया हरि नामु ध्याए ॥ १ ॥ रहाउ ॥
सभनी थांयी रव्या आपि ॥ आदि जुगादि जा का वड परतापु ॥ गुर परसादि न होइ संतापु ॥ २ ॥
गुर के चरन लगे मनि मीठे ॥ निरबिघन होइ सभ थांयी वूठे ॥ सभि सुख पाए सतिगुर तूठे ॥ ३ ॥
पारब्रहम प्रभ भए रखवाले ॥ जिथै किथै दीसह नाले ॥ नानक दास खसमि प्रतिपाले ॥ ४ ॥ २ ॥

बिलावलु महला ५ ॥
चरन कमल प्रभ हिरदै ध्याए ॥ रोग गए सगले सुख पाए ॥ १ ॥
गुरि दुखु काट्या दीनो दानु ॥ सफल जनमु जीवन परवानु ॥ १ ॥ रहाउ ॥
अकथ कथा अंमृत प्रभ बानी ॥ कहु नानक जपि जीवे ग्यानी ॥ २ ॥ २ ॥ २० ॥

बिलावलु महला ५ ॥
सांति पायी गुरि सतिगुरि पूरे ॥ सुख उपजे बाजे अनहद तूरे ॥ १ ॥ रहाउ ॥
ताप पाप संताप बिनासे ॥ हरि सिमरत किलविख सभि नासे ॥ १ ॥
अनदु करहु मिलि सुन्दर नारी ॥ गुरि नानकि मेरी पैज सवारी ॥ २ ॥ ३ ॥ २१ ॥

बिलावलु महला ५ ॥
सगल अनन्दु किया परमेसरि अपना बिरदु समार्या ॥ साध जना होए किरपाला बिगसे सभि परवार्या ॥ १ ॥
कारजु सतिगुरि आपि सवार्या ॥ वडी आरजा हरि गोबिन्द की सूख मंगल कल्यान बीचार्या ॥ १ ॥ रहाउ ॥
वण त्रिन त्रिभवन हर्या होए सगले जिय साधार्या ॥ मन इछे नानक फल पाए पूरन इछ पुजार्या ॥ २ ॥ ५ ॥ २३ ॥

बिलावलु महला ५ ॥
रोगु गया प्रभि आपि गवायआ ॥ नीद पई सुख सहज घरु आया ॥ १ ॥ रहाउ ॥
रजि रजि भोजनु खावहु मेरे भायी ॥ अंमृत नामु रिद माह ध्यायी ॥ १ ॥
नानक गुर पूरे सरनायी ॥ जिनि अपने नाम की पैज रखायी ॥ २ ॥ ८ ॥ २६ ॥

बिलावलु महला ५ ॥
ताप संताप सगले गए बिनसे ते रोग ॥ पारब्रहमि तू बखस्या संतन रस भोग ॥ रहाउ ॥
सरब सुखा तेरी मंडली तेरा मनु तनु आरोग ॥ गुन गावहु नित राम के इह अवखद जोग ॥ १ ॥
आइ बसहु घर देस मह इह भले संजोग ॥ नानक प्रभ सुप्रसन्न भए लह गए ब्योग ॥ २ ॥ १० ॥ २८ ॥

बिलावलु महला ५ ॥
बंधन काटे आपि प्रभि होआ किरपाल ॥ दीन दयाल प्रभ पारब्रहम ता की नदरि नेहाल ॥ १ ॥
गुरि पूरै किरपा करी काट्या दुखु रोगु ॥ मनु तनु सीतलु सुखी भया प्रभ ध्यावन जोगु ॥ १ ॥ रहाउ ॥
अउखधु हरि का नामु है जितु रोगु न व्यापै ॥ साधसंगि मनि तनि हितै फिरि दूखु न जापै ॥ २ ॥
हरि हरि हरि हरि जापीऐ अंतरि लिव लायी ॥ किलविख उतरह सुधु होइ साधू सरणायी ॥ ३ ॥
सुनत जपत हरि नाम जसु ता की दूरि बलायी ॥ महा मंत्रु नानकु कथै हरि के गुन गायी ॥ ४ ॥ २३ ॥ ५३ ॥

बिलावलु महला ५ ॥
हरि हरि हरि आराधीऐ होईऐ आरोग ॥ रामचन्द की लसटिका जिनि मार्या रोगु ॥ १ ॥ रहाउ ॥
गुरु पूरा हरि जापीऐ नित कीचै भोगु ॥ साधसंगति कै वारनै मिल्या संजोगु ॥ १ ॥
जिसु सिमरत सुखु पाईऐ बिनसै ब्योगु ॥ नानक प्रभ सरणागती करन कारन जोगु ॥ २ ॥ ३४ ॥ ६४ ॥

रागु बिलावलु महला ५ दुपदे घरु ५
ੴ सतिगुर प्रसादि ॥
अवरि उपाव सभि त्याग्या दारू नामु लया ॥ ताप पाप सभि मिटे रोग सीतल मनु भया ॥ १ ॥
गुरु पूरा आराध्या सगला दुखु गया ॥ राखनहारै राख्या अपनी करि मया ॥ १ ॥ रहाउ ॥
बाह पकड़ि प्रभि काढ्या कीना अपनया ॥ सिमरि सिमरि मन तन सुखी नानक निरभया ॥ २ ॥ १ ॥ ६५ ॥

बिलावलु महला ५ ॥
रोगु मिटायआ आपि प्रभि उपज्या सुखु सांति ॥ वड परतापु अचरज रूपु हरि कीनी दाति ॥ १ ॥
गुरि गोविन्दि क्रिपा करी राख्या मेरा भायी ॥ हम तिस की सरणागती जो सदा सहायी ॥ १ ॥ रहाउ ॥
बिरथी कदे न होवयी जन की अरदासि ॥ नानक जोरु गोविन्द का पूरन गुणतासि ॥ २ ॥ १३ ॥ ७७ ॥

बिलावलु महला ५ ॥
ताती वाउ न लगयी पारब्रहम सरणायी ॥ चउगिरद हमारै राम कार दुखु लगै न भायी ॥ १ ॥
सतिगुरु पूरा भेट्या जिनि बनत बणायी ॥ राम नामु अउखधु दिया एका लिव लायी ॥ १ ॥ रहाउ ॥
राखि लीए तिनि रखनहारि सभ ब्याधि मिटायी ॥ कहु नानक किरपा भई प्रभ भए सहायी ॥ २ ॥ १५ ॥ ७੯ ॥

बिलावलु महला ५ ॥
अपने बालक आपि रखिअनु पारब्रहम गुरदेव ॥ सुख सांति सहज आनद भए पूरन भई सेव ॥ १ ॥ रहाउ ॥
भगत जना की बेनती सुनी प्रभि आपि ॥ रोग मिटाय जीवालिअनु जा का वड परतापु ॥ १ ॥
दोख हमारे बखसिअनु अपनी कल धारी ॥ मन बांछत फल दितिअनु नानक बलेहारी ॥ २ ॥ १६ ॥ ८० ॥

बिलावलु महला ५ ॥
तापु लाहआ गुर सिरजनहारि ॥ सतिगुर अपने कउ बलि जायी जिनि पैज रखी सारै संसारि ॥ १ ॥ रहाउ ॥
करु मसतकि धारि बालिकु रखि लीनो ॥ प्रभि अंमृत नामु महा रसु दीनो ॥ १ ॥
दास की लाज रखै मेहरवानु ॥ गुरु नानकु बोलै दरगह परवानु ॥ २ ॥ ६ ॥ ८६ ॥

बिलावलु महला ५ ॥
ताप पाप ते राखे आप ॥ सीतल भए गुर चरनी लागे राम नाम हिरदे मह जाप ॥ १ ॥ रहाउ ॥
करि किरपा हसत प्रभि दीने जगत उधार नव खंड प्रताप ॥ दुख बिनसे सुख अनद प्रवेसा त्रिसन बुझी मन तन सचु ध्राप ॥ १ ॥ अनाथ को नाथु सरनि समरथा सगल स्रिसटि को मायी बापु ॥
भगति वछल भै भंजन सुआमी गुन गावत नानक आलाप ॥ २ ॥ २० ॥ १०६ ॥

सोरठि महला ५ ॥
करि इसनानु सिमरि प्रभु अपना मन तन भए अरोगा ॥ कोटि बिघन लाथे प्रभ सरना प्रगटे भले संजोगा ॥ १ ॥
प्रभ बानी सबदु सुभाख्या ॥ गावहु सुणहु पड़हु नित भायी गुर पूरै तू राख्या ॥ रहाउ ॥
साचा साहबु अमिति वडायी भगति वछल दयाला ॥ संता की पैज रखदा आया आदि बिरदु प्रतिपाला ॥ २ ॥
हरि अंमृत नामु भोजनु नित भुंचहु सरब वेला मुखि पावहु ॥ जरा मरा तापु सभु नाठा गुन गोबिन्द नित गावहु ॥ ३ ॥
सुनी अरदासि सुआमी मेरै सरब कला बनि आई ॥ प्रगट भई सगले जुग अंतरि गुर नानक की वड्यायी ॥ ४ ॥ ११ ॥

सोरठि महला ५ ॥
सूख मंगल कल्यान सहज धुनि प्रभ के चरन नेहार्या ॥ राखनहारै राख्यो बारिकु सतिगुरि तापु उतार्या ॥ १ ॥
उबरे सतिगुर की सरणायी ॥ जा की सेव न बिरथी जायी ॥ रहाउ ॥
घर मह सूख बाहरि फुनि सूखा प्रभ अपुने भए दयाला ॥ नानक बिघनु न लागै कोऊ मेरा प्रभु होआ किरपाला ॥ २ ॥ १२ ॥ ४० ॥

सोरठि म ५ ॥
गए कलेस रोग सभि नासे प्रभि अपुनै किरपा धारी ॥ आठ पहर आराधहु सुआमी पूरन घाल हमारी ॥ १ ॥
हरि जीउ तू सुख सम्पति रासि ॥ राखि लैहु भायी मेरे कउ प्रभ आगै अरदासि ॥ रहाउ ॥
जो मागउ सोयी सोयी पावउ अपने खसम भरोसा ॥
कहु नानक गुरु पूरा भेट्यो मिट्यो सगल अन्देसा ॥ २ ॥ १४ ॥ ४२ ॥

सोरठि महला ५ ॥
सिमरि सिमरि गुरु सतिगुरु अपना सगला दूखु मिटायआ ॥ ताप रोग गए गुर बचनी मन इछे फल पायआ ॥ १ ॥
मेरा गुरु पूरा सुखदाता ॥ करन कारन समरथ सुआमी पूरन पुरखु बिधाता ॥ रहाउ ॥
अनन्द बिनोद मंगल गुन गावहु गुर नानक भए दयाला ॥
जै जै कार भए जग भीतरि होआ पारब्रहमु रखवाला ॥ २ ॥ १५ ॥ ४३ ॥

सोरठि महला ५ ॥
दुरतु गवायआ हरि प्रभि आपे सभु संसारु उबार्या ॥ पारब्रहमि प्रभि किरपा धारी अपना बिरदु समार्या ॥ १ ॥
होयी राजे राम की रखवाली ॥ सूख सहज आनद गुन गावहु मनु तनु देह सुखाली ॥ रहाउ ॥
पतित उधारनु सतिगुरु मेरा मोह तिस का भरवासा ॥
बखसि लए सभि सचै साहबि सुनि नानक की अरदासा ॥ २ ॥ १७ ॥ ४५ ॥

सोरठि महला ५ ॥
बखस्या पारब्रहम परमेसरि सगले रोग बिदारे ॥ गुर पूरे की सरनी उबरे कारज सगल सवारे ॥ १ ॥
हरि जनि सिमर्या नाम अधारि ॥ तापु उतार्या सतिगुरि पूरै अपनी किरपा धारि ॥ रहाउ ॥
सदा अनन्द करह मेरे प्यारे हरि गोविदु गुरि राख्या ॥
वडी वड्यायी नानक करते की साचु सबदु सति भाख्या ॥ २ ॥ १८ ॥ ४६ ॥

सोरठि महला ५ ॥
भए क्रिपाल सुआमी मेरे तितु साचै दरबारि ॥ सतिगुरि तापु गवायआ भायी ठांढि पई संसारि ॥ अपने जिय जंत आपे राखे जमह कीयो हटतारि ॥ १ ॥
हरि के चरन रिदै उरि धारि ॥ सदा सदा प्रभु सिमरीऐ भायी दुख किलबिख काटणहारु ॥ १ ॥ रहाउ ॥
तिस की सरनी ऊबरै भायी जिनि रच्या सभु कोइ ॥ करन कारन समरथु सो भायी सचै सची सोइ ॥
नानक प्रभू ध्याईऐ भायी मनु तनु सीतलु होइ ॥ २ ॥ १੯ ॥ ४७ ॥

सोरठि महला ५ ॥
संतहु हरि हरि नामु ध्यायी ॥ सुख सागर प्रभु विसरउ नाही मन चिन्दिअड़ा फलु पायी ॥ १ ॥ रहाउ ॥
सतिगुरि पूरै तापु गवायआ अपनी किरपा धारी ॥ पारब्रहम प्रभ भए दयाला दुखु मिट्या सभ परवारी ॥ १ ॥
सरब निधान मंगल रस रूपा हरि का नामु अधारो ॥ नानक पति राखी परमेसरि उधर्या सभु संसारो ॥ २ ॥ २० ॥ ४८ ॥

सोरठि महला ५ ॥
मेरा सतिगुरु रखवाला होआ ॥ धारि क्रिपा प्रभ हाथ दे राख्या हरि गोविदु नवा निरोआ ॥ १ ॥ रहाउ ॥
तापु गया प्रभि आपि मिटायआ जन की लाज रखायी ॥ साधसंगति ते सभ फल पाए सतिगुर कै बलि जांयी ॥ १ ॥
हलतु पलतु प्रभ दोवै सवारे हमरा गुनु अवगुनु न बीचार्या ॥
अटल बचनु नानक गुर तेरा सफल करु मसतकि धार्या ॥ २ ॥ २१ ॥ ४੯ ॥

सोरठि महला ५ ॥
जिय जंत्र सभि तिस के कीए सोयी संत सहायी ॥ अपुने सेवक की आपे राखै पूरन भई बडायी ॥ १ ॥
पारब्रहमु पूरा मेरै नालि ॥ गुरि पूरै पूरी सभ राखी होए सरब दयाल ॥ १ ॥ रहाउ ॥
अनदिनु नानकु नामु ध्याए जिय प्रान का दाता ॥ अपुने दास कउ कंठि लाय राखै ज्यु बारिक पित माता ॥ २ ॥ २२ ॥ ५० ॥

सोरठि महला ५ ॥
ठाढि पायी करतारे ॥ तापु छोडि गया परवारे ॥ गुरि पूरै है राखी ॥ सरनि सचे की ताकी ॥ १ ॥
परमेसरु आपि होआ रखवाला ॥ सांति सहज सुख खिन मह उपजे मनु होआ सदा सुखाला ॥ रहाउ ॥
हरि हरि नामु दीयो दारू ॥ तिनि सगला रोगु बिदारू ॥ अपनी किरपा धारी ॥ तिनि सगली बात सवारी ॥ २ ॥
प्रभि अपना बिरदु समार्या ॥ हमरा गुनु अवगुनु न बीचार्या ॥ गुर का सबदु भइयो साखी ॥ तिनि सगली लाज राखी ॥ ३ ॥ बोलायआ बोली तेरा ॥ तू साहबु गुनी गहेरा ॥ जपि नानक नामु सचु साखी ॥ अपुने दास की पैज राखी ॥ ४ ॥ ६ ॥ ५६ ॥

Dukh Bhanjani Sahib Path In English

Kar Kar Haariou Anik Bahu Bhaathee Shhoddehi Kathehoon Naahee ||

Eaek Baath Sun Thaakee Outtaa Saadhhasang Mitt Jaahee ||2||

Kar Kirapaa Santh Milae Mohi Thin Thae Dhheeraj Paaeiaa ||

Santhee Manth Dheeou Mohi Nirabho Gur Kaa Sabadh Kamaaeiaa ||3||

Jeeth Leae Oue Mehaa Bikhaadhee Sehaj Suhaelee Baanee ||

Kahu Naanak Man Bhaeiaa Paragaasaa Paaeiaa Padh Nirabaanee ||4||4||125||

Bilaaval Mehalaa 5 ||

Sarab Kaliaan Keeeae Guradhaev ||

Saevak Apanee Laaeiou Saev ||

Bighan N Laagai Jap Alakh Abhaev ||1||

Dhharath Puneeth Bhee Gun Gaaeae ||

Dhurath Gaeiaa Har Naam Dhhiaaeae ||1||

Rehaao ||

Sabhanee Thhaanee Raviaa Aap ||

Aadh Jugaadh Jaa Kaa Vadd Parathaap ||

Gur Parasaadh N Hoe Santhaap ||2||

Gur Kae Charan Lagae Man Meethae ||

Nirabighan Hoe Sabh Thhaanee Voothae ||

Sabh Sukh Paaeae Sathigur Thoothae ||3||

Paarabreham Prabh Bheae Rakhavaalae ||

Jithhai Kithhai Dheesehi Naalae ||

Naanak Dhaas Khasam Prathipaalae ||4||2||

Bilaaval Mehalaa 5 ||

Charan Kamal Prabh Hiradhai Dhhiaaeae ||

Rog Geae Sagalae Sukh Paaeae ||1||

Gur Dhukh Kaattiaa Dheeno Dhaan ||

Safal Janam Jeevan Paravaan ||1||

Rehaao ||

Akathh Kathhaa Anmrith Prabh Baanee ||

Kahu Naanak Jap Jeevae Giaanee ||2||2||20||

Bilaaval Mehalaa 5 ||

Saanth Paaee Gur Sathigur Poorae ||

Sukh Oupajae Baajae Anehadh Thoorae ||1||

Rehaao ||

Thaap Paap Santhaap Binaasae ||

Har Simarath Kilavikh Sabh Naasae ||1||

Anadh Karahu Mil Sundhar Naaree ||

Gur Naanak Maeree Paij Savaaree ||2||3||21||

Bilaaval Mehalaa 5 ||

Sagal Anandh Keeaa Paramaesar Apanaa Biradh Samhaariaa ||

Saadhh Janaa Hoeae Kirapaalaa Bigasae Sabh Paravaariaa ||1||

Kaaraj Sathigur Aap Savaariaa ||

Vaddee Aarajaa Har Gobindh Kee Sookh Mangal Kaliaan Beechaariaa ||1||

Rehaao ||

Van Thrin Thribhavan Hariaa Hoeae Sagalae Jeea Saadhhaariaa ||

Man Eishhae Naanak Fal Paaeae Pooran Eishh Pujaariaa ||2||5||23||

Bilaaval Mehalaa 5 ||

Rog Gaeiaa Prabh Aap Gavaaeiaa ||

Needh Pee Sukh Sehaj Ghar Aaeiaa ||1||

Rehaao ||

Raj Raj Bhojan Khaavahu Maerae Bhaaee ||

Anmrith Naam Ridh Maahi Dhhiaaee ||1||

Naanak Gur Poorae Saranaaee ||

Jin Apanae Naam Kee Paij Rakhaaee ||2||8||26||

Bilaaval Mehalaa 5 ||

Thaap Santhaap Sagalae Geae Binasae Thae Rog ||

Paarabreham Thoo Bakhasiaa Santhan Ras Bhog ||

Rehaao ||

Sarab Sukhaa Thaeree Manddalee Thaeraa Man Than Aarog ||

Gun Gaavahu Nith Raam Kae Eih Avakhadh Jog ||1||

Aae Basahu Ghar Dhaes Mehi Eih Bhalae Sanjog ||

Naanak Prabh Suprasann Bheae Lehi Geae Bioug ||2||10||28||

Bilaaval Mehalaa 5 ||

Bandhhan Kaattae Aap Prabh Hoaa Kirapaal ||

Dheen Dhaeiaal Prabh Paarabreham Thaa Kee Nadhar Nihaal ||1||

Gur Poorai Kirapaa Karee Kaattiaa Dhukh Rog ||

Man Than Seethal Sukhee Bhaeiaa Prabh Dhhiaavan Jog ||1||

Rehaao ||

Aoukhadhh Har Kaa Naam Hai Jith Rog N Viaapai ||

Saadhhasang Man Than Hithai Fir Dhookh N Jaapai ||2||

Har Har Har Har Jaapeeai Anthar Liv Laaee ||

Kilavikh Outharehi Sudhh Hoe Saadhhoo Saranaaee ||3||

Sunath Japath Har Naam Jas Thaa Kee Dhoor Balaaee ||

Mehaa Manthra Naanak Kathhai Har Kae Gun Gaaee ||4||23||53||

Bilaaval Mehalaa 5 ||

Har Har Har Aaraadhheeai Hoeeai Aarog ||

Raamachandh Kee Lasattikaa Jin Maariaa Rog ||1||

Rehaao ||

Gur Pooraa Har Jaapeeai Nith Keechai Bhog ||

Saadhhasangath Kai Vaaranai Miliaa Sanjog ||1||

Jis Simarath Sukh Paaeeai Binasai Bioug ||

Naanak Prabh Saranaagathee Karan Kaaran Jog ||2||34||64||

Raag Bilaaval Mehalaa 5 Dhupadhae Ghar 5

Ik Oankaar Sathigur Prasaadh ||

Avar Oupaav Sabh Thiaagiaa Dhaaroo Naam Laeiaa ||

Thaap Paap Sabh Mittae Rog Seethal Man Bhaeiaa ||1||

Gur Pooraa Aaraadhhiaa Sagalaa Dhukh Gaeiaa ||

Raakhanehaarai Raakhiaa Apanee Kar Maeiaa ||1||

Rehaao ||

Baah Pakarr Prabh Kaadtiaa Keenaa Apanaeiaa ||

Simar Simar Man Than Sukhee Naanak Nirabhaeiaa ||2||1||65||

Bilaaval Mehalaa 5 ||

Rog Mittaaeiaa Aap Prabh Oupajiaa Sukh Saanth ||

Vadd Parathaap Acharaj Roop Har Keenhee Dhaath ||1||

Gur Govindh Kirapaa Karee Raakhiaa Maeraa Bhaaee ||

Ham This Kee Saranaagathee Jo Sadhaa Sehaaee ||1||

Rehaao ||

Birathhee Kadhae N Hovee Jan Kee Aradhaas ||

Naanak Jor Govindh Kaa Pooran Gunathaas ||2||13||77||

Bilaaval Mehalaa 5 ||

Thaathee Vaao N Lagee Paarabreham Saranaaee ||

Chougiradh Hamaarai Raam Kaar Dhukh Lagai N Bhaaee ||1||

Sathigur Pooraa Bhaettiaa Jin Banath Banaaee ||

Raam Naam Aoukhadhh Dheeaa Eaekaa Liv Laaee ||1||

Rehaao ||

Raakh Leeeae Thin Rakhanehaar Sabh Biaadhh Mittaaee ||

Kahu Naanak Kirapaa Bhee Prabh Bheae Sehaaee ||2||15||79||

Bilaaval Mehalaa 5 ||

Apanae Baalak Aap Rakhian Paarabreham Guradhaev ||

Sukh Saanth Sehaj Aanadh Bheae Pooran Bhee Saev ||1||

Rehaao ||

Bhagath Janaa Kee Baenathee Sunee Prabh Aap ||

Rog Mittaae Jeevaalian Jaa Kaa Vadd Parathaap ||1||

Dhokh Hamaarae Bakhasian Apanee Kal Dhhaaree ||

Man Baanshhath Fal Dhithian Naanak Balihaaree ||2||16||80||

Bilaaval Mehalaa 5 ||

Thaap Laahiaa Gur Sirajanehaar ||

Sathigur Apanae Ko Bal Jaaee Jin Paij Rakhee Saarai Sansaar ||1||

Rehaao ||

Kar Masathak Dhhaar Baalik Rakh Leeno ||

Prabh Anmrith Naam Mehaa Ras Dheeno ||1||

Dhaas Kee Laaj Rakhai Miharavaan ||

Gur Naanak Bolai Dharageh Paravaan ||2||6||86||

Bilaaval Mehalaa 5 ||

Thaap Paap Thae Raakhae Aap ||

Seethal Bheae Gur Charanee Laagae Raam Naam Hiradhae Mehi Jaap ||1||

Rehaao ||

Kar Kirapaa Hasath Prabh Dheenae Jagath Oudhhaar Nav Khandd Prathaap ||

Dhukh Binasae Sukh Anadh Pravaesaa Thrisan Bujhee Man Than Sach Dhhraap ||1||

Anaathh Ko Naathh Saran Samarathhaa Sagal Srisatt Ko Maaee Baap ||

Bhagath Vashhal Bhai Bhanjan Suaamee Gun Gaavath Naanak Aalaap ||2||20||106||

Sorath Mehalaa 5 ||

Kar Eisanaan Simar Prabh Apanaa Man Than Bheae Arogaa ||

Kott Bighan Laathhae Prabh Saranaa Pragattae Bhalae Sanjogaa ||1||

Prabh Baanee Sabadh Subhaakhiaa ||

Gaavahu Sunahu Parrahu Nith Bhaaee Gur Poorai Thoo Raakhiaa ||

Rehaao ||

Saachaa Saahib Amith Vaddaaee Bhagath Vashhal Dhaeiaalaa ||

Santhaa Kee Paij Rakhadhaa Aaeiaa Aadh Biradh Prathipaalaa ||2||

Har Anmrith Naam Bhojan Nith Bhunchahu Sarab Vaelaa Mukh Paavahu ||

Jaraa Maraa Thaap Sabh Naathaa Gun Gobindh Nith Gaavahu ||3||

Sunee Aradhaas Suaamee Maerai Sarab Kalaa Ban Aaee ||

Pragatt Bhee Sagalae Jug Anthar Gur Naanak Kee Vaddiaaee ||4||11||

Sorath Mehalaa 5 ||

Sookh Mangal Kaliaan Sehaj Dhhun Prabh Kae Charan Nihaariaa ||

Raakhanehaarai Raakhiou Baarik Sathigur Thaap Outhaariaa ||1||

Oubarae Sathigur Kee Saranaaee ||

Jaa Kee Saev N Birathhee Jaaee ||

Rehaao ||

Ghar Mehi Sookh Baahar Fun Sookhaa Prabh Apunae Bheae Dhaeiaalaa ||

Naanak Bighan N Laagai Kooo Maeraa Prabh Hoaa Kirapaalaa ||2||12||40||

Sorath Ma 5 ||

Geae Kalaes Rog Sabh Naasae Prabh Apunai Kirapaa Dhhaaree ||

Aath Pehar Aaraadhhahu Suaamee Pooran Ghaal Hamaaree ||1||

Har Jeeo Thoo Sukh Sanpath Raas ||

Raakh Laihu Bhaaee Maerae Ko Prabh Aagai Aradhaas ||

Rehaao ||

Jo Maago Soee Soee Paavo Apanae Khasam Bharosaa ||

Kahu Naanak Gur Pooraa Bhaettiou Mittiou Sagal Andhaesaa ||2||14||42||

Sorath Mehalaa 5 ||

Simar Simar Gur Sathigur Apanaa Sagalaa Dhookh Mittaaeiaa ||

Thaap Rog Geae Gur Bachanee Man Eishhae Fal Paaeiaa ||1||

Maeraa Gur Pooraa Sukhadhaathaa ||

Karan Kaaran Samarathh Suaamee Pooran Purakh Bidhhaathaa ||

Rehaao ||

Anandh Binodh Mangal Gun Gaavahu Gur Naanak Bheae Dhaeiaalaa ||

Jai Jai Kaar Bheae Jag Bheethar Hoaa Paarabreham Rakhavaalaa ||2||15||43||

Sorath Mehalaa 5 ||

Dhurath Gavaaeiaa Har Prabh Aapae Sabh Sansaar Oubaariaa ||

Paarabreham Prabh Kirapaa Dhhaaree Apanaa Biradh Samaariaa ||1||

Hoee Raajae Raam Kee Rakhavaalee ||

Sookh Sehaj Aanadh Gun Gaavahu Man Than Dhaeh Sukhaalee ||

Rehaao ||

Pathith Oudhhaaran Sathigur Maeraa Mohi This Kaa Bharavaasaa ||

Bakhas Leae Sabh Sachai Saahib Sun Naanak Kee Aradhaasaa ||2||17||45||

Sorath Mehalaa 5 ||

Bakhasiaa Paarabreham Paramaesar Sagalae Rog Bidhaarae ||

Gur Poorae Kee Saranee Oubarae Kaaraj Sagal Savaarae ||1||

Har Jan Simariaa Naam Adhhaar ||

Thaap Outhaariaa Sathigur Poorai Apanee Kirapaa Dhhaar ||

Rehaao ||

Sadhaa Anandh Kareh Maerae Piaarae Har Govidh Gur Raakhiaa ||

Vaddee Vaddiaaee Naanak Karathae Kee Saach Sabadh Sath Bhaakhiaa ||2||18||46||

Sorath Ma 5 ||

Bheae Kirapaal Guroo Govindhaa Sagal Manorathh Paaeae ||

Asathhir Bheae Laag Har Charanee Govindh Kae Gun Gaaeae ||1||

Bhalo Samoorath Pooraa ||

Saanth Sehaj Aanandh Naam Jap Vaajae Anehadh Thooraa ||1||

Rehaao ||

Milae Suaamee Preetham Apunae Ghar Mandhar Sukhadhaaee ||

Har Naam Nidhhaan Naanak Jan Paaeiaa Sagalee Eishh Pujaaee ||2||8||36||

Sorath Mehalaa 5 ||

Santhahu Har Har Naam Dhhiaaee ||

Sukh Saagar Prabh Visaro Naahee Man Chindhiarraa Fal Paaee ||1||

Rehaao ||

Sathigur Poorai Thaap Gavaaeiaa Apanee Kirapaa Dhhaaree ||

Paarabreham Prabh Bheae Dhaeiaalaa Dhukh Mittiaa Sabh Paravaaree ||1||

Sarab Nidhhaan Mangal Ras Roopaa Har Kaa Naam Adhhaaro ||

Naanak Path Raakhee Paramaesar Oudhhariaa Sabh Sansaaro ||2||20||48||

Sorath Mehalaa 5 ||

Jeea Janthr Sabh This Kae Keeeae Soee Santh Sehaaee ||

Apunae Saevak Kee Aapae Raakhai Pooran Bhee Baddaaee ||1||

Paarabreham Pooraa Maerai Naal ||

Gur Poorai Pooree Sabh Raakhee Hoeae Sarab Dhaeiaal ||1||

Rehaao ||

Anadhin Naanak Naam Dhhiaaeae Jeea Praan Kaa Dhaathaa ||

Apunae Dhaas Ko Kanth Laae Raakhai Jio Baarik Pith Maathaa ||2||22||50||

Sorath Mehalaa 5 ||

Thaadt Paaee Karathaarae ||

Thaap Shhodd Gaeiaa Paravaarae ||

Gur Poorai Hai Raakhee ||

Saran Sachae Kee Thaakee ||1||

Paramaesar Aap Hoaa Rakhavaalaa ||

Saanth Sehaj Sukh Khin Mehi Oupajae Man Hoaa Sadhaa Sukhaalaa ||

Rehaao ||

Har Har Naam Dheeou Dhaaroo ||

Thin Sagalaa Rog Bidhaaroo ||

Apanee Kirapaa Dhhaaree ||

Thin Sagalee Baath Savaaree ||2||

Prabh Apanaa Biradh Samaariaa ||

Hamaraa Gun Avagun N Beechaariaa ||

Gur Kaa Sabadh Bhaeiou Saakhee ||

Thin Sagalee Laaj Raakhee ||3||

Bolaaeiaa Bolee Thaeraa ||

Thoo Saahib Gunee Gehaeraa ||

Jap Naanak Naam Sach Saakhee ||

Apunae Dhaas Kee Paij Raakhee ||4||6||56||

Bilaaval Mehalaa 5 ||

Aagai Paashhai Kusal Bhaeiaa ||

Gur Poorai Pooree Sabh Raakhee Paarabreham Prabh Keenee Maeiaa ||1||

Rehaao ||

Man Than Rav Rehiaa Har Preetham Dhookh Dharadh Sagalaa Mitt Gaeiaa ||

Saanth Sehaj Aanadh Gun Gaaeae Dhooth Dhusatt Sabh Hoeae Khaeiaa ||1||

Gun Avagun Prabh Kashh N Beechaariou Kar Kirapaa Apunaa Kar Laeiaa ||

Athul Baddaaee Achuth Abinaasee Naanak Oucharai Har Kee Jaeiaa ||2||8||124||

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